ऐसी चिकित्सा पद्धति जिसमें धूप हवा पानी, भोजन जैसी प्राकृतिक वस्तुओं का प्रयोग कर इलाज किया जाता है प्राकृतिक चिकित्सा कहलाती है। प्राकृतिक चिकित्सा में मुख्य जोर हमारे भोजन के सुधार व दिनचर्या के सुधार पर रहता है भोजन में फल सब्जियों का प्रयोग अधिक कराया जाता है तथा दिनचर्या में सुधार के लिए योग प्राणायाम ध्यान जैसे साधनों का भी उपयोग किया जाता है प्राकृतिक चिकित्सा के साथ आयुर्वेद, न्यूट्रिशन, एक्यूप्रेशर, रंग चिकित्सा, रेकी इत्यादि को भी शामिल किया जा सकता है प्राकृतिक चिकित्सा के साथ हमें इनकी मुख्य चिकित्सा की तरह नहीं बल्कि प्राकृतिक चिकित्सा में सहायक की तरह इनकी भूमिका होती है।
आधुनिक चिकित्सा पद्धति में डायबिटीज हृदय रोग ब्लड प्रेशर, सोरायसिस जैसी जीवन चर्या में गड़बड़ी होने के कारण से उत्पन्न होने वाली बीमारियों का कोई इलाज नहीं है,सिर्फ उनका मैनेजमेंट है। लेकिन प्राकृतिक चिकित्सा में हम इन से हमेशा के लिए मुक्ति पा सकते हैं इसलिए प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति आज बहुत लोकप्रिय होती जा रही है।
देश में प्राकृतिक चिकित्सा के मुख्य केंद्र निम्न हैं।